Log in और Sign in में क्या अंतर है? internet पर बहोत सारी websites ऐसी है जिन्हें आप directly एक्सेस कर सकते हैं लेकिन बहोत सारी websites ऐसी भी हैं जिन्हें एक्सेस करने के लिए आपको log in या sign in करना पड़ता है. जैसे की anassiddiki.com अगर आप इस website पर जायेंगे तो आप इसे आसानी से एक्सेस कर सकते हैं.
लेकिन अगर आप gmail.com, facebook.com या twitter.com पर जायेंगें तो आपको log in या sign in करना पड़ता है. यहाँ पर दो अलग अलग चीजें हैं एक है log in और दूसरा है sign in. काफी सारे लोग ऐसे हैं जो log in और sign in को एक ही समझते हैं. लेकिन में आपको बताडून की ये दोनों एक नहीं है बल्कि इन दोनों में काफी बड़ा फर्क होता है.
Log in और Sign in में क्या अंतर है?
जब भी आप किसी website पर log in करते हैं तो वहां से निकलने के लिए आपको logout का option मिलता है और जिस website पर आप sign in करते हैं वहा से बहार नीकलने के लिए आपको sign out का option मिलता है. Log in और Sign in में ये फर्क होता है की जिस website पर आप log in करते हैं वो website आपकी एक्टिविटीज को रिकॉर्ड करती है और जिस website पर आप sign in करते हैं वो आपकी एक्टिविटीज को रिकॉर्ड नहीं करती है.
अगर आपको आसान से शब्दों में बताऊँ तो जब आप किसी भी website पर log in करते हैं तो log in करने के बाद आप क्या क्या एक्टिविटीज वहां पर करते हैं किन चीजों को आप like करते हैं और किन को dislike करते हैं या किन चीजों को रीड करते हैं कितने टाइम तक रीड करते हैं ये सारी चीजों को log in वाली website रिकॉर्ड कर के रखती है. लेकिन जो sign in वाली website होती है वो आपकी एक्टिविटीज को रिकॉर्ड नहीं करती है.
इसको आप एक एक्साम्प्ल से समझिये की gmail.com एक website है जहाँ पर आपको sign in करना होता है जबकि facebook.com एक website है जहाँ पर आपको log in करना होता है. तो जब आप facebook को log in करते हैं तो आपने कोनसा फोटो अपलोड किया, कब अपलोड किया, कितने टाइम आप रहे हैं, किस फोटो को आपने like किया है, किस post को आपने रीड किया है और कितने टाइम तक रीड किया है ये सारी एक्टिविटीज वहां पर store हो जाती है.
लेकिन अगर आप gmail.com पर sign in करते हैं तो ये आपकी एक्टिविटीज को रिकॉर्ड नहीं करता है gmail सिर्फ इतना रिकॉर्ड रखता है की आपने किसको क्या email भेजा है लेकिन आपने किसके email को like किया किसको dislike किया है किसको रीड किया है कितने टाइम तक रीड किया है ये सब चीजें gmail रिकॉर्ड नहीं करता है.
इसीलिए आज जितनी भी शौपिंग websites हैं उन्हों ने sign in के option को ख़तम करके log in के option को शुरू कर दिया है जैसे फ्लिप्कार्ट अमेज़न वगेरा पर आप देख सकते हैं आपको log in का option मिलेगा. क्यों की जब आप वहां पर log in कर के इंटर होंगें तो आपने किस प्रोडक्ट को देखा है, किसको like किया है, किस प्रोडक्ट को ज्यादा देर तक देखते हैं, किस प्रोडक्ट को ज्यादा search करते हैं ये सारी एक्टिविटीज को वो रिकॉर्ड करती है और उसी हिसाब से आपकी स्क्रीन पर प्रोडक्ट्स और ads को दिखाती है.
तो उम्मीद है दोस्तों की आप समझ ही गए होंगें की Log in और Sign in में क्या अंतर है? अगर आपको समझ में आगया है तो इसे हर किसी के साथ शेयर कीजिये ताकि इस के बारे हर कोई जान सके. अगर आपको इस article में कोई कमी या कोई गलती नज़र आई हो तो आप हमें बेझिझक comment करके बता सकते हैं.
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Article पढने के लिए दिल से शुक्रिया.
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