अगर बैंक चेक बाउंस हो जाये तो क्या करे? हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग anassiddiki.com में. इस article मे आपको बताने वाला हूँ की चेक बाउंस क्या होता है और चेक बाउंस होने पर आपको क्या करना चाहिए. जिस से आपके पैसे मारे न जा सके. सबसे पहले हम जानेंगें की चेक बाउंस क्या है.
Bank Cheque Bounce क्या है – What is Bank Cheque Bounce in Hindi

जब आप किसी के नाम से कोई चेक जारी करते हैं तो उस चेक को बैंक में लगा देता है. अगर आपके अकाउंट में बैलेंस नहीं होता है तो बैंक उस cheque को dishonoured कर देता है और इसी को कहते हैं cheque bounce हो जाना. अगर आपके अकाउंट में बैलेंस है लेकिन उतना बैलेंस नहीं जितना उस चेक में लिखा है तब भी बैंक उस cheque को dishonoured कर देता है.
इसी तरह अगर आपने कोई cheque जारी किया है लेकिन उस पर सही तरह से सिग्नेचर नहीं किया है तब भी बैंक उस cheque को dishonoured कर देता है और इसको cheque bounce मन जाता है. तो अगर आप कोई cheque जारी करते हैं और किसी वजह से बैंक की तरफ से cheque dishonoured कर दिया जाता है तो उसको कहा जाता है cheque bounce होना.
अगर बैंक चेक बाउंस (Bank Cheque Bounce) हो जाये तो क्या करे?



अगर आपको कोई cheque मिला और आपने उस cheque को बैंक में लगाया और वो cheque bounce हो गया तब आपको ऐसा क्या करना चाहिए जिस से आपके पैसे मारे न जा सके. आपने बैंक में जो cheque लगाया है जैसे ही वो bounce होता है उसके साथ आपको एक स्लिप भी मिलती है जिस पर लिखा हुआ होता है की ये cheque क्यों bounce हुआ है.
तो cheque bounce होने के बाद एक महीने के अन्दर अन्दर आपको cheque जारी करने वाले को एक legal notice भेजना होता है. Cheque चाहे किसी person ने या किसी company ने या किसी सोसाइटी ने जारी किया हो आप उसको legal notice भेज सकते हैं.
Legal notice भेजने के लिए आप किसी लोकल advocate की हेल्प ले सकते हैं. आम तोर पर advocate तीन सो से चार सो तक चार्ज करते हैं एक legal notice भेजने के लिए. Legal notice में ये लिखा हुआ होता है की आपको जो Cheque मिला था वो cheque bounce हो चूका है और रीज़न ये है. इसीलिए अब आप cheque मिलने के बाद पन्द्र दिन के अन्दर अन्दर पुरा पेमेंट कर दीजिये.
Legal notice भेजने के पंद्रह दिनों तक वेट करना होता है. अगर पंद्रह दिनों के अन्दर अन्दर आपको cheque जारी करने वाले की तरफ से कोई पेमेंट नहीं मिलता है तो आपके पास option होता है केस file करने का. तब आप सिविल court में केस file कर सकते हैं.
Court में केस file हो जाने के बाद legal प्रोसिडिंग शुरू हो जाती है तब आप एक एप्लीकेशन मूव कर सकते हैं की आपको कुछ अमाउंट पहले से ही दिला दिया जाये. तब court ये तय करता है की कितना अमाउंट आपको पहले से ही दिला दिया जाये.
आम तोर पर court बीस से पच्चीस परसेंट अमाउंट केस से पहले ही दिला देती है Cheque जारी करने वाले से. अगर आप केस जीत जायेंगें तो केस जितने के बाद cheque का जो भी अमाउंट था cheque जारी करने वाले से आपको दिलाया जायेगा और शुरुआत में बीस से पच्चीस परसेंट जो अमाउंट आपको दिलाया गया था वो भी आपका होगा. लेकिन अगर आप केस हार जाते हैं तो आपको ये बीस से पच्चीस परसेंट अमाउंट उसको वापस करना होगा और साथ ही जितने टाइम तक ये केस चला है उसमे आपको उसका इंटरेस्ट भी देना पड़ेगा.
लेकिन cheque bounce के ज्यादा तर मामलो में cheque जारी करने वाला हार जाता है. अगर cheque bounce हो जाता है तो ये एक legal तरीका होता है जो आप follow कर सकते हैं. लेकिन यहाँ पर आपको एक चीज़ का ध्यान रखना है की जैसे ही cheque bounce होता है तो उसके एक महीने के अन्दर अन्दर आपको legal notice जारी करना होता है.
Cheque bounce हो जाने के अन्दर अन्दर जब आप कोई legal notice नहीं भेज पाते हैं तो आपको देखना होगा की cheque अभी भी वैलिड है या इनवैलिड हो चूका है. अगर cheque अभी भी वैलिड है तो आप उसको फिरसे लगा दीजिये और cheque bounce होने पर फिरसे आपको एक महीने का टाइम मिल जायेगा.
एक महीने के अन्दर अन्दर आपको legal notice भेजना होगा. इसी तरीके से जब आप legal notice भेज देते हैं तो आपको पंद्रह दिन का वेट करना होता है पेमेंट मिलने के लिए. अगर पेमेंट आपको पंद्रह दिनों के अन्दर अन्दर नहीं मिलता हैं. तब आपके पास पूरा एक महीना होता है court में केस file करने के लिए.
अगर आप इस एक महीने कोई भी केस file नहीं करते हैं. तो आप इसके बाद भी केस file कर सकते हैं. लेकिन तब आपको एक स्ट्रोंग रीज़न देना होगा. इतना लेट करने के लिए. साथ ही आपको यहाँ पर ये जरूर ध्यान रखना होगा की जो cheque आपको डोनेशन में या गिफ्ट में मिला है उसके bounce होने पर आप केस file नहीं कर सकते.
अगर आपको लगता है की cheque जारी करने वाले ने जान बुच कर फ्रॉड करने के लिए cheque जारी किया है और वो bounce हो जाये यानि की अगर उस पर गलत signature किया है या उसको पता था की बैंक में अमाउंट नहीं है उसके बावजूद भी cheque जारी किया है तब आप उस पर धोका धडी का केस लगा सकते हैं. cheque जारी करते समय आपको एक एक चीज़ का ध्यान रखना चाहिए ताकि उस cheque का मिस यूज़ न किया जा सके या फिर वो cheque bounce न हो सके.
तो आशा करते हैं दोस्तों की आपको ये आर्टिकल बैंक चेक बाउंस हो जाये तो क्या करे? पसंद आया होगा अगर आपको पसंद आया है तो सभी के साथ शेयर करें. अगर इस article में कोई कमी या कोई गलती हो या आपके मन में कोई सवाल हो तो आप हमें comment करके बता सकते हैं.
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आर्टिकल पढने के लिए दिल से शुक्रिया.
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