दोस्तों आज के इस article में हम आपको computer kya hai? – computer ki puri jankari देने वाले हैं. वैसे computer सीखना कोई आसान काम नहीं है. Computer सिखने में आपको कितना वक़्त लगेगा यह सब निर्भर करता है कि आपको computer field में कितना इंटरेस्ट है और आप रोज़ाना computer सीखने में कितना टाइम देते हैं.
आपने ऐसे लोगो को देखा होगा की उन्हों ने computer की पढाई तो नहीं की लेकिन उन्हें computer ke basics का काफी ज्ञान होता है. लेकिन अगर आप एक छात्र है और आप आगे computer master बनना चाहते हैं लेकिन आपको को computer के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. तो सबसे पहले आपको computer के basics के बारे में जानना बहुत जरूरी है.
जैसे कि Computer kya hai?, Computer full form in Hindi & English, computer ki paribhasha, Computer ko Hindi me kya kehte hai, computer kitne prakar ke hote hai, computer ka avishkar kisne kiya, computer ka upyog, computer ka mahatva, computer ke fayde or nuksan, computer generation in Hindi आदि.
उसके लिए आप हमारे साथ बने रहिये. इस आर्टिकल में आप इन्ही सवाल के उत्तर सरल अंदाज़ में जानेंगे. तो चलिए देखते है computer ki basic jankari hindi me.
अनुक्रम
Computer Kya Hai? – (What is Computer in Hindi?)
Computer एक Electronic उपकरण है, जो Data तथा instructions को input के रूप में ग्रहण करके उनका विश्लेषण करता है. तथा आवश्यक परिणामों को निश्रित प्रारूप में output साधन के ज़रिये उत्पन्न करता है. यह data को store भी करता है. इसकी काम करने की गति बहुत तेज होती है तथा यह बहोत तेज़ी से कार्य करता है.
Computer एक ऐसी machine है, जिसका प्रयोग अलग अलग तरह के कार्यों को पूरा करने में किया जाता है. Computer एक multipurpose machine है जिसका उपयोग अलग अलग field में अलग अलग problems को सुलझाने के लिए किया जा सकता है. Computer ने हमारे जीने, काम करने और बात करने के तरीके को बदल दिया है.Computer insdustries, government, education, research के साथ-साथ entertainment field के कार्य में उपयोगी होते हैं. Computer हर जगह लागू होते हैं. यही वजह है कि computer को multipurpose machine कहा जाता है.
आजकल Computer द्वारा किए जाने वाले अधिकतर कार्य mathematical functions से अलग है. आजकल computer को एक machine के रुप में देखा जाता है, जो कि उसे उपलब्ध कराए गए data, information, record, notifications आदि पर क्रियाएं करके user को मन चाही जानकारी एवं परिणाम दे सके. अन्य प्रकार की भी, जेसे bill print करना, बहीखाता व्यवस्थित करना, letter writing, railway, airplane, robot आदि machine को operate करना, drawing & painting बनाना आदि. Computer के काम करने की speed उसके प्रकार पर निर्भर करती है.
Computer ka Avishkar Kisne Kiya?
Computer का अविष्कार British Scientist Charles Babbage किया था. इन्हें computer का पिता, computer का अविष्कारक, computer का जनक इन सभी नामों से जाना जाता है.
British Scientist Charles Babbage ने 1822 में difference engine बनाया था और 1842 में analytical engine बनाया था. इन्ही के आधार पर modern computer का विकास हुवा है.
Charles Babbage के इस योगदान के प्रति इन्हें computer का पिता और कंप्यूटर का जनक यानी father of computer कहते हैं.
Computer Full Form in English
अगर technology के नज़रिये से देखा जाये तो computer का कोई full form या पूरा नाम या long form नहीं है. लेकिन फिर भी इसका पूरा नाम बताया गया है. Computer सब्द आपको याद होगा और आप लिख भी लेते होंगे लेकिन computer ka full form kya hai शायद आपको नहीं मालूम होगा तो चलिए जानते हैं। निचे आपको दोनों भाषा हिंदी और इंग्लिश में दिया गया है.
Computer Full Form in Hindi
तो computer ka full form कुछ इस तरह से बताया गया है. इसे याद रखना थोड़ा मुश्किल है लेकिन फिर भी अगर थोड़ा सा ध्यान दें तो फिर दिमाग से नहीं निकलता. तो इसे जरूर याद कर लीजिये.
Computer Ki Paribhasha
“Computer” नाम अंग्रेजी के “Compute” शब्द से लिया गया है. जिसका अर्थ है “गणना”. इस प्रकार से computer का शब्दिक अर्थ हुआ “गणना करने वाला”. Computer को hindi भाषा में संगणक कहा जाता है. अर्थात् “गणना करने वाला”. लेकिन हम आम बोल चाल की भाषा में इसे “Computer” के नाम से ही सम्बोधित करते है.
आरभ्भ में computer को एक गणना करने वाली machine के रुप में ही देखा जाता था. Computer का अविष्कार का प्रथम उद्देश्य भी यही था कि एक ऐसी machine बनायी जाये जो मुश्किल से मुश्किल से गणनाओं को मनुष्य की इच्छा अनुसार हजार गुना अधिक तेजी से पूरा कर सके.
ख़ास तोर पर इसका 3 काम होता है जिसे आप इस फोटो को देख कर समझ सकते हैं.
ये फोटो देखकर आप समझ गए होंगे की कंप्यूटर का काम क्या है. यदि आप नहीं समझ पाए हैं तो में आपको बताता हूँ.
- इसका सबसे पहला काम होता है किसी भी data को अपने अंदर लेना जिसे हम और आप input data कहते हैं.
- दूसरा काम इस का ये है की ये उस da की processing करता है.
- processing हो जाने के बाद उस डाटा को हमारे सामने पेश करता है जिसे हम output data कहते हैं।
तो इसमें हमने जाना की computer ki paribhasha kya hai?
Computer Ke Prakar
इस फोटो को देख कर आप समझ सकते हैं की computer कितने प्रकार के होते हैं? इन सभी कंप्यूटर का उपयोग
आपको विस्तार से निचे बताया गया है.
इस फोटो में कंप्यूटर को अलग अलग तरह से बता गया है जिसमे हम सबसे पहले टाइप की बात करेंगे type मतलब प्रकार type के हिसाब से तीन तरह के कंप्यूटर है.
- Analog Computer
- Digital Computer
- Hybrid Computer
Analog Computer Kya Hai?
Analog Computer समस्या को हल करने के लिए एक Analog Set करते हैं वे गिनती के बजाय माप कर काम करते हैं. अगर उन्हें किसी समस्या को हल करने की requirement होती है तो वे समस्या में संख्याओं के अनुरूप एक निरंतर physical मात्रा को मापते हैं. यह मात्रा फिर numeric values में बदल जाती है.
Thermometer एक analog device का एक अच्छा उदाहरण है या शरीर के तापमान को मापने के लिए, यह किसी भी गणना नहीं करता है. उसी तरह कार की गति को मापने के लिए उपयोग किया जाने वाला उपकरण analog computer का उपयोग करता है.
Analog Computer ज्यादातर engineering और वैज्ञानिक गणना में उपयोग किया जाता है क्योंकि वे वास्तविक भौतिक प्रणालियों के लिए मॉडल के रूप में काम करते हैं.
Digital Computer Kya Hai?
Digital Computer आज की दुनिया में आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले computers हैं. बाकी दो के अलावा digital computer सेट करने वाली विशेषता यह है कि वे संख्याओं के ढ्रिआधारी प्रारूप का पालन करते हैं मतलब दो binary number “0” और “1” को ही समझते हैं.
एक digital computer में दर्ज किए गए words, symbols और numbers को उनके binary number में बदल दिया जाता है ताकि मशीन उन्हें समझ सके. Digital Computer numeric और non-numeric दोनों data पर काम कर सकते हैं जो कि द्विआधारी प्रारूप में है.Digital Computer को उनकी ability, size और अनुप्रयोग के क्षेत्रक के आधार पर आगे classified किया जा सकता है.
Hybrid Computer Kya Hai?
Hybrid Computer Digital और Analog Computer दोनों का एक संयोजन है. ये computer digital और analog computer दोनों की विशेषताओं को मिलाते हैं. उनके पास एक digital memory है जिसका उपयोग परिणामों को stored करने के लिए किया जाता है. Computational Objectives के लिए वे analog उपकरणों का उपयोग करते हैं.
Size के आधार पर computer ke prakar
अब हम computer को साइज के हिसाब से जानेंगे। साइज के हिसाब से computer 4 प्रकार के होते हैं.
- Micro Computer
- Mini Computer
- Mainframe Computer
- Super Computer
Micro Computer Kya Hai?
Micro Computer को personal computer (PC) के रूप में भी जाना जाता है. वे आम तौर पर व्यापार और घर पर उपयोग किए जाते हैं. ये computer लोगों को एक network पर communicate करने में सक्षम बनाते हैं. ये computer medium data storage capacity रखते है.
व्यापार की दुनिया के अलावा इन computers का उपयोग शैक्षिक और मनोरंजन उद्देश्यों के लिए किया जाता है. Micro Computer आम तौर पर निचे दिए गए कामों में इस्तिमाल किया जाता है –
- Word Processing
- Accounting
- Information Management
- Project Management
- Graphic Designing
Mini Computer Kya Hai?
Micro Computer की तुलना में mini computer आकार में अधिक महंगे और बड़े होते हैं. उनकी विशिष्ट विशेषताएं तेजी से computing क्षमता को बढ़ाती हैं बड़ा storage capacity और 32 bits word size वे high speed printer जैसे तेज परिधीयों का समर्थन कर सकते हैं. Minicomputers multi-user computers है.
दूसरे शब्दों में, कई उपयोगकर्ता एक साथ एक machine पर काम कर सकते हैं. ये computer आमतौर पर मध्यम आकार के संगठनों में लगाये गए होते हैं. वे बड़ी मात्रा में data को आसानी से processed कर सकते हैं.
VAX 7500, PDP 11, MAGNUM आदि mini computer के उदाहरण हैं. इन computers में बड़ी मुख्य मेमोरी होती है और आसानी से जटिल ऑपरेशन कर सकते हैं.
Mainframe Computer Kya Hai?
Mainframe Computer में बहुत बड़ी सुख्य मेमोरी होती है. वे बड़े और शक्तिशाली computer हैं. जो बड़ी मात्रा में data को एक बड़ी गति से processed कर सकते हैं. वे multi-user computer हैं. सैकड़ों users एक mainframe computer पर एक साथ काम कर सकते हैं.
इन computer में शब्द का आकार 32 से 64 bit तक होता है. इन computers का उपयोग आम तौर पर बड़े संगठनों जैसे कि bank, बड़े उद्योग इत्यादि में किया जाता है. IBM 4318, CDC 6600, CYBER 170 आदि कुछ सामान्य mainframe computer है.
Super Computer Kya Hai?
Super computer कई संगणनाओं को एक साथ समाप्त कर सकते हैं. वे समानातर सिस्टम में बड़ी संख्या में processor का उपयोग करते हैं. बे मुख्य रूप से scientific अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किए जाते हैं, जैसे Weather Forecast. Super Computer 64 bits के शब्द आकार का समर्थन करते हैं. CRAY XMP – 24, NEC 500, PARAM 10000 आदि भारत में विकसित कुछ लोकप्रिय super computer हैं.
General Purpose Computer Kya Hai?
आप इस आर्टिकल को एक general purpose computer पर पढ़ रहे हो और हमने इस आर्टिकल को एक general purpose computer पर तैयार किया है. एक general purpose computer एक computer है जिस में कई गतिविधियों को करने की क्षमता होती है.
आप इसके द्वारा research पत्र लिख सकते हैं, आप अपने house, office, bussiness sales chart आदि का budget तैयार कर सकते हैं. जो एक मशीन द्वारा किया जा सकता है। Desktop, Notebook आदि सभी general purpose computer हैं.
Special Purpose Computer Kya Hai?
जैसा कि आपको नाम से पता चल रहा होगा की इस प्रकार के computer एक विशेष कार्य करने के लिए विकसित किए जाते है. उनका काम केवल एक प्रकार का कार्य करना है। जैसे transport control, weather forecasting आदि. इस प्रकार के कंप्यूटर सामान्य प्रयोजन के कंप्यूटरों की तुलना में तेज़ होते हैं.
हालाँकि, ये computer एक general purpose computerकी तरह विभिन्न प्रकार के कार्य नहीं कर सकते हैं.
Computer ki Sanrachna
वर्तमान युग computer का युग है. वे दिन गए जब लोग बिजली के बिना भी जीवन का प्रबंधन करते थे. आज computer हर पहलू में शामिल हैं. यहां तक कि simple gadgets जैसे camera, toys, remot control, calculator आदि में inbuild computer होते हैं. Office, bank, school, hospital, railway, library, TV, station, airport सभी अपने नियमित संचालन के लिए कंप्यूटर पर निर्भर हैं.
निर्णय लेने के लिए उपस्थिति और सूची रिकॉर्ड को बनाए रखने से लेकर रिपोर्ट बनाने तक सभी कंप्यूटर द्वारा किए जाते हैं. दैनिक जीवन में computer की ऐसी भागीदारी ने उन्हें अपरिहार्य बना दिया है उन्होंने मनुष्य को उन पर इतना निर्भर बना दिया है कि अब उनके बिना अक्सर काम हो ही नहीं पते हैं.
आप जानते हैं कि computer एक electronic device है जो इस में दर्ज किए गए data को processed करने के बाद meaningful जानकारी उपलब्ध कराता है. सरल शब्दों में आप कह सकते हैं कि एक computer data को सूचना में change करता है और user के सामने प्रस्तुत करता है।
Input or Output Device kya hai?
एक computer के लिए जरूरी है –
- Data input करने के लिए विभिन्न Input Device.
- Result दिखाने के लिए विभिन्न Output Device.
Input Device एक computer में data और instructions को feed करने के बाद CPU instructions के अनुसार डेटा को process करता है और Output Device को result पास करता है. Computer का CPU विभिन्न input और output devices के माध्यम से users के साथ बातचीत करता है. उनके बिना CPU को पता नहीं होगा कि क्या करना है और कब करना है. Input और output devices को perpheral device के रूप में जाना जाता है.
Data और instruction को input device का उपयोग करके computer में feed किया जाता है. बाजार में विभिन्न प्रकार के input devices उपलब्ध हैं. जैसे keyboard, mouse आदि कुछ सामान्य input device हैं.
Keyboard Kya Hai?
Keyboard सबसे लोकप्रिय input device है. यह एक typewriter की तरह दिखता है और इसका उपयोग सीधे computer में data और instructions को दर्ज करने के लिए किया जाता है. Keyboard पर keys को दबाकर आप अपने computer में जो चाहें दर्ज कर सकते हैं. Keyboard पर अलग-अलग keys अलग-अलग कार्य करती हैं.
एक keyboard में निम्नलिखित कुंजियाँ होती हैं-
- Number Keys (0-9)
- Alphabet Keys (A/ A-Z / Z)
- Functions Keys (F1-F12)
- Special Keys (Page Up, Page Down, Tab, Enter, Shift, Capslock आदि)
Fuction Keys और Special Keys का इस्तेमाल commands दर्ज करने के लिए किया जाता है. जबकि computer में data दर्ज करने के लिए numbers और alphabets keys का इस्तेमाल किया जाता है.
Mouse Kya Hai?
Computer में विभिन्न कार्यक्रमों को इंगित और निष्पादित करने के लिए एक mouse का उपयोग किया जाता है. इस में सबसे नीचे एक छोटी सी गेंद और सबसे ऊपर दो या तीन बटन होते हैं. आजकल कुछ माउस में middle button को एक ball के साथ बदल दिया जाता है जो scroll bar की तरह काम करता है. जब एक mouse mouse pad के ऊपर ले जाया जाता है तो स्क्रीन पर pointer भी चलता रहता है.
Mouse का उपयोग उन कंप्पूटरों के साथ किया जाता है, जिनमें GUI (Graphical User Interface) जैसे windows 95, windows 98, windows 7/8/10 आदि हैं. GUI environment में command menu operated होते हैं.
दूसरे शब्दों में ऐसे menu होते हैं जिन में commands होते हैं जिन्हें mouse की मदद से execute किया जा सकता है. इसके अलावा एक GUI environment में programes का represent करने वाले icon हैं. Icon का चयन करना और क्लिक करना संबंधित कार्यक्रमों को निष्पादित कर सकता है. Mouse का उपयोग आमतौर पर चित्रों को खींचने, क्लिक करके command देने और स्क्रीन पर पाठ और चित्रों को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है.
Abacus kya hai?
Abacus को लगभग 3000 साल पहले विकसित किया गया था और यह पहला computational device है. यह Egypt में develop किया गया था. फिर भी इस system को पूरा करने का श्रेय चीनी को जाता है. जिन्होंने 42 वीं शताब्दी ईस्वी में इस में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाए. कई देश आज भी इसका इस्तेमाल करते हैं.
Abacus एक rectangular frame से बना है जिस में कई vertical sticks हैं. खड़ी छड़ें moveable मोतियों से लदी होती हैं. एक horizontal पट्टी को vertical rods के पार रखा जाता है और abacus को दो भागों में विभाजित किया जाता है. मोतियों को अलग-अलग जगहों पर लगाकर अलग-अलग नंबर पेश किए जा सकते हैं. गणना करने के लिए मोतियों को cross bar से या उसके पास ले जाया जाता है.
Pascal Arithmetic Machine kya hai?
यह 1642 में निर्मित पहला mechanical digital calculator था. Blaise Pascal एक french mathematician, पूर्ण संख्याओं पर जोड़ और घटाव जैसे सरल
गणना करने के लिए pascal arithmetic machine का निर्माण किया.
मशीन में पहिए और डायल हैं। पहियों को 4 से 9 तक संख्याओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए चिह्नित किया गया है. प्रत्येक पहिया एक विशेष दशमलव स्तंभ के लिए खड़ा है. मशीन तीन महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर काम करती है.
- एक कैरी को स्वचालित रूप से पूरा किया जाना चाहिए.
- संख्या घटाने के लिए, डायल को उल्टी दिशा में मोड़ना है.
- संख्याओं को बार-बार जोड़ना और घटाना, संख्याओं के गुणन और विभाजन के लिए उपयोग किया जाता है.
बाद में, इन तीन सिद्धांतों ने बेहतर कैलकुलेटर के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
Differential and Analytical Engine in Hindi


1822 में गणित के प्रोफेसर charles babbage द्वारा differential engine विकसित किया गया था, यह मशीन 20 दशमलव स्थानों तक की संख्याओं की गणना सही ढंग से कर सकती थी. इसने सूचनाओं को संग्रहीत करने के लिए puched card का उपयोग किया और गणना के लिए mechanical साधनों का सहारा लिया. Charles babbage को अपनी machine की सफलता से बहुत प्रोत्साहन मिला. हालांकि वह परिणामों से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं थे और इसलिए उन्होंने दूसरी मशीन पर काम करना शुरू कर दिया.
उन्होंने 1833 में दुनिया के लिए analytical engine प्रस्तुत किया. differential engine पर इसकी श्रेष्ठठा यह थी कि यह बड़ी संख्या में स्टोर कर सकता था. इसके अलावा यह निर्णय लेने के लिए परिणामों का उपयोग करता है. हालांकिanalytical engine differential engine का एक improved version था फिर भी यह पूर्ण नहीं था. Charles Babbage input/output device, control unit, memory storage device और arithmetic logic units जैसे components को जोड़ना चाहते थे.
वह सफलता प्राप्त नहीं कर सके क्योंकि उस समय उपलब्ध तकनीकों में इंजन द्वारा आवश्यक सटीकता का अभाव था. बहरहाल, उनकी मशीन के लिए अवधारणा को तैयार किया जाना computer के विकास में एक क्रांति लाया. एक तरह से उन्होंने digital computers की नींव रखी. उनके engine को first computer के रूप में जाना जाता है और उन्हें आज भी computer के पिता के रूप में याद किया जाता है.
Computer ke Generations
Computer ke Generations modern computer के विकास को ट्रैक करती है. तकनीकी प्रगति और सफलताओं ने computer को एक generation से दूसरी generation तक उत्थान किया. Computer की प्रत्येक नई generation के साथ speed, reliability और storage capacity के मामले मैं computer की quality में सुधार हुआ. इसके अलावा system की लागत काफी कम हो गई. कंप्यूटर की हर पीढ़ी ने विभिन्न प्रकार के स्विचिंग सर्किट का
उपयोग किया।
11 वें विश्व युद्ध के बाद computers की वृद्धि बहुत तेजी से हुई. यह विकास पाँच अलग-अलग चरणों में हुआ जिसे generation of computer कहा जाता है.
- First Generation 1940-1955
- Second Generation 1956-1965
- Third Generation 1966-1975
- Fourth Generation 1976-1990
- Fifth Generation 1997 के बाद
Generation Chart Of Computer Hindi
First Generation (1940-1955) in Hindi
Thermionic valve जिसे Vacuum tube भी कहा जाता है का उपयोग first generation के computer के electrical circuit में किया गया था. UNIVAC I और ENIAC इस generation के पहले business computer थे। इस generation के computers ने data feed के लिए punched card का इस्तेमाल किया. External storage के लिए magnetic tape का उपयोग किया गया था। कंप्यूटर ने मशीन लैंग्वेज और असेंबली लैंग्वेज पर काम किया.
हालांकि, इस generation के computers को slow speed, सीमित computing क्षमता, विशाल आकार, सीमित programming क्षमताओं और अत्यधिक बिजली की खपत जैसी सीमाओं द्वारा marked किया जाता है. LEO, IBM 701 और IBM 650 first generation के computers के examples हैं.
Second Generation (1956-1965) in Hindi
Second Generation के Computers ने vacuum को transistor के साथ बदल दिया. परिणाम स्वरूप first generation के computers की तुलना में computer तेज़ और अधिक विश्वसनीय हो गए. इसके अलावा वे अधिक बहुमुखी थे और कई ऑपरेशन कर सकते थे. कम आकार और कम विनिर्माण और चलने की लागत second generation के computers की मुख्य विशेषताएं हैं.
Data दर्ज करने के लिए इन कंप्यूटरों ने puched card और magnetic tape का उपयोग किया. इस अवधि के दौरान उच्च स्तरीय भाषाओं जैसे कि fortran, cobol, BASIC आदि का उपयोग computers द्वारा किया जाता था. IBM 1620, IBM 1401, CDC 3600, UNIVAC 1108, ICL 1901 आदि second generation के computers के examples हैं.
Third Generation (1966-1975) in Hindi
Computer की third generation machine hardware में महत्वपूर्ण प्रगति द्वारा चिह्नित है. इसके अतावा computer software में भी सुधार हुए. इस generation में integrated circuit ने transistor को बदल दिया. इस generation के दौरान moniters और keyboard का भी उपयोग किया गया था. Magnetic tape के स्थान पर external storage के लिए magnetic disk का उपयोग किया गया था. Punched card शायद ही कभी इस्तेमाल किए गए थे.
इस generation के computers की एक अन्य विशेषता थी विशिष्ट नौकरियों को संभालने के लिए परिष्कृत operating system का विकास, उच्व स्तरीय भाषाओं जैसे PASCAL का उपयोग किया गया. IBM 360/370 series, PDP-8 series third generation के computers के examples हैं.
इस अवधि के दौरान ICL-2903, CDC-1700e इत्यादि जैसे minicomputers भी develop किए गए थे.
Fourth Generation (1976-1990) in Hindi
इस अवधि के दौरान, third generation की तुलना में computer अधिक तेज और छोटे आकार के थे. इस अवधि के दौरान computer ने very large scale integration (VLSI) तकनीक का इस्तेमाल किया. इस तकनीक ने हजारो transistors को एक chip पर रखा. इस तकनीक के कारण micro-processors का निर्माण हुआ. उनमें Arithmetic, logical और control functions को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक सर्किट शामिल थे.
Fourth Generation के computers में पिछली generation के computers की तुतना में अधिक शक्तिशली operating system होता है. उन्होंने input और output devices में भी सुधार किया है और seriel processing तकनीक का पालन किया है. IBM system/370, HP 3000 आदि इस generation के computers के examples हैं. इस अवधि के दौरान micro computer भी develop किए गए.
Fifth Generation (Present to Future-1997) in Hindi
Computer की वर्तमान generation को computer का fifth generation कहा जा सकता है. Computer Scientist अब arificial intelligence पर काम कर रहे हैं. Arificial intelligenc रखने वाले computers उन में सोचने और निर्णय लेने मे सक्षम होंगे. ऐसे कंप्यूटर विकसित करने के प्रयास किए जाते हैं.
जिनमें argument करने की क्षमता होगी और वे इंसानों की तरह निर्णय लेने में सक्षम होंगे. इन computer में संदर्भ के लिए एक बड़ा ज्ञान database होगा.
Fifth Generation के computers में super computer शामिल हैं जो प्रति सेकंड अरबों की गणना कर सकते हैं. वे serial processing के बजाय parallel processing तकनीक का पालन करते हैं.
Computer ki Visheshta
- Speed :- Computer Data की एक बड़ी मात्रा को process करने के लिए केवल कुछ ही सेकंड लगते हैं.
- Accuracy:- यदि Computer में सही data दर्ज़ किया गया है तो प्राप्त परिणाम एकदम सटीक होगा क्यों की computer GIGO (Garbage in Garbage Out) के सिद्धांत पर कार्य करता है.
- High Storage Capacity:- Computer की memory बहोत विशाल होती है. Computer कोई भी जानकारी या data बहुत लग्बे समय तक store कर के रख सकता है.
- Delligence :- Computer कभी थकता नहीं है.
- Multitasking:- Computer एक साथ बहोत से कार्य कर सकता है.
Computer Ka Upyog
वर्तमान युग computer का युग है। Scientist ने मनुष्य को अनेक उपहार दिए है जिसने मनुष्य की दिशा ही बदल कर रख दी है. Computer आधुनिक विज्ञान का अदभुत करिश्मा है। लम्बी लम्बी गिनतियाँ, हिसाब किताब और सोच विचार जिन्हें करने में इंसान अपनी पूरी ऊर्जा लगा देता था. आज computer द्वारा कुछ मिनट में हो जाते हैं.
आज computer का उपयोग दुनिया के हर क्षेत्र में हो रहा है जैसे:
- स्कूल में.
- बैंक में.
- शिक्षा के क्षेत्र में.
- मनोरंजन के क्षेत्र में.
- व्यापर के क्षेत्र में.
- रेलवे क्षेत्र में.
- हवाई अड्डे में.
- चिकित्सा के क्षेत्र में.
- बैंकिंग के क्षेत्र में.
- ऑफिस या कार्यालयों में.
- आरक्षण में.
Medical के क्षेत्र ने computer की मदद से काफी उन्नति की है. जटिल से जटिल बिमारियों का सटीक पता कंप्यूटर के द्वारा लगाया जा सकता है. बड़े बड़े शहरों में सड़कों के यातायात के नियम भी कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित किये जाते हैं. अपराधियों के रिकॉर्ड रखने के लिए भी पुलिस कंप्यूटर का उपयोग करती है.
आज कंप्यूटर ने हमारे जीवन और काम बहोत आसान बना दिया है. आज कंप्यूटर की सहायता से ही बिजली, टेलीफ़ोन के बिल भरने के साथ टिकट बुकिंग भी किया जा सकता है. कंप्यूटर ने व्यापर करना सरल बना दिया है. छोटे से लेकर हर बड़ा व्यापारी अपना लेनदेन का हिसाब कंप्यूटर में रखता है.
आज की पूरी बैंकिंग प्रणाली कंप्यूटर पर निर्भर है. कंप्यूटर के कारण रोज़गार के नए अवसर निकल कर सामने आ रहे है. कंप्यूटर में इंटरनेट के माध्यम से छात्र घर बैठे शिक्षा प्राप्त है. रिसर्च के क्षेत्र में भी कंप्यूटर का भरपूर इस्तिमाल किया जाता है.
कंप्यूटर की मदद से हम फ़िल्में देख सकते हैं, गाने सुन सकते हैं, वीडियो की आनंद ले सकते हैं और अपनी पसंद का काम कर सकते हैं. कंप्यूटर में डाटा स्टोरेज की सुविधा की वजह से सरकारी, गैर सरकारी, स्कूल, कॉलेज, आदि सभी जगहों पर कागज़ों की बचत होती है. कंप्यूटर द्वारा हम घर से ही ऑनलाइन खरीददारी कर सकते है. जिस से हमारे समय तथा ऊर्जा दोनों की बचत होती है.
Computer के लाभ और हानि
समाज में प्रत्येक व्यक्ति अपनी-अपनी आवयशकाओं के अनुसार इसका लाभ उठा रहा है. आज विध्यार्थी वर्ग में मोबाईल और कंप्यूटर अधिक प्रशिद्ध हैं. स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय हर स्तर के विध्यार्थी की पहली पसंद कंप्यूटर है.
आज कंप्यूटर का उपयोग हर क्षेत्र में किया जाता है विध्यार्ती इसका प्रयोग इंटरनेट, ईमेल, चैटिंग, डिजाइनिंग आदि के लिए भी करते हैं. इस से घर बैठे बैठे इंटरनेट के माध्यम से संसार के किसी भी कोने की जानकारी ले सकता है। विध्यार्थी अपनी मनचाही सामग्री को डाउनलोड सकते हैं. इस से प्रिंट भी निकाल सकते हैं.
तो कुछ ये कंप्यूटर के लाभ है लेकिन आज कंप्यूटर हमारे लिए जितना उपयोगी है, वहीं पर उसकी कुछ हानियाँ भी है. कुछ विध्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो कंप्यूटर का दुरूपयोग भी करते हैं। वे व्यर्थ ही अपना कीमती वक़्त बे वजह संदेस, चैटिंग कर के गवा देते हैं.
कंप्यूटर के अधिक उपयोग से हमारी आँखों पर बुरा असर पड़ता है। जिसकी वजह से हमें आगे चलकर काफी तकलीफ उठानी पड़ती है. जहाँ तक हो सके हमें कंप्यूटर की हानि को जानना चाहिए और इनसे बचकर कंप्यूटर का सदुपयोग कर चाहिए.
आपने क्या सीखा? – What is Computer in Hindi
वैसे आपने इसे आर्टिकल में ये सीखा की computer kya hai? उम्मीद है की आपको हमारी पोस्ट computer क्या है? (What is computer in hindi)? जरूर पसंद आयी होगी. अगर आपको वाकई हमारी पोस्ट पसंद आयी है तो आप इस computer ki basic jankari को अपने फ्रेंड्स और अपने फैंमिली मेंढर्स के साथ जरूर शेयर करें। ताकि वो भी computer ke bare me basic jankari प्राप्त कर सके.
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Article पढने के लिए दिल से शुक्रिया.
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